कोरोनावायरस का संक्रमण और बढ़ने से सेंसेक्स में इतिहास की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट

कोरोनावायरस का संक्रमण और बढ़ने और यूएस फेडरल के ब्याज दरों में कटौती के बाद सोमवार को देश के बाजारों में भारी गिरावट देखने को मिली। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 2713.41 अंक गिरकर 31,390.07 अंकों पर बंद हुआ। सेंसेक्स में 7.96% की गिरावट आई। इसी तरह निफ्टी 756.10 अंक गिरकर 9,199.10 पॉइंट पर बंद हुआ। बाजार में आज फाइनेंस सेक्टर के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखने को मिली। एचडीएफसी, इंड्सइंड बैंक, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई समेत सभी प्रमुख बैंकों के शेयरों में गिरावट देखने को मिली। बीएसई 30 में शामिल कंपनियों के शेयर में तेज गिरावट देखने को मिली।


बाजार में आई गिरावट के 5 प्रमुख कारण



  • यूएस फेडरल ने ब्याज दरों में कटौती कर इसे शून्य के करीब ला दिया है। कोरोनावायरस फैलने के कारण बिजनेस और ट्रैवल ठप पड़ता जा रहा है। इससे लड़ने के लिए फेड ने यह कदम उठाया। इस कदम के बाद बॉन्ड बाजार में खरीदारी बढ़ गई। डॉलर के मुकाबले रुपए में भी गिरावट आई।

  • फेडरल बैंक के ब्याज दरों में कटौती के बाद यूएस स्टॉक फ्यूचर्स में 5% की गिरावट आई। डाउ फ्यूचर्स 4.5% नीचे 1,041 अंकों पर पहुंच गया। एसएंडपी 500 फ्यूचर्स 4.8% और नैस्डैक फ्यूचर्स 4.5% नीचे है। इस गिरावट का असर देश के बाजारों पर भी देखने को मिला।

  • देश में कोरोनावायरस का संक्रमण बढ़ने की खबरों से निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है। महाराष्ट्र और केरल में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या बढ़ी है। इटली और ईरान से भी 450 भारतीयों को वापस लाया गया है। चीन के बाद ये दोनों देश कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं।

  • वैश्विक क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा है कि दुनियाभर में कोरोना का संकट और गहराने से भारतीय कंपनियों के सामने क्रेडिट का दबाव बढ़ गया है। एजेंसी ने कहा है कि एयरलाइंस, होटल, मॉल्स, मल्टीप्लेक्स और रेस्टोरेंट इंडस्ट्री पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा।

  • विदेशी संस्थागत निवेशकों के घरेलू बाजारों से पैसा निकालने के कारण भी बाजार के ऊपर दबाव है। मार्च में अब तक निवेशक 35,000 करोड़ रुपए निकाल चुके हैं। कोरोनावायरस फैलने के कारण निवेशक घबराए हुए हैं। 


यूरोपीय और एशियाई बाजारों में गिरावट का माहौल


भारत के साथ एशिया के दूसरे बाजारों और यूरोपीय बाजारों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रिटेन का एफटीएसई 100 में 5.87% की गिरावट आई। एफटीएसई 315 अंक नीचे गिरकर 5,051. अंकों पर कारोबार कर रहा है। इसी तरह फ्रांस का सीएसी 8.78%, जर्मनी का डीएएक्स 7.66%, इटली का एफटीएसई एमआईबी 8.47% और रुस का एमआईसीईएक्स 3.46% नीचे है। चीन का शंघाई कंपोजिट 3.46%, हॉन्गकॉन्ग का हैंगसेंग 4.03% और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 3.19% नीचे बंद हुआ।


बाजार खुलते ही सेंसेक्स 1586 अंक नीचे गिरा


इससे पहले शुक्रवार की तेजी के बाद सोमवार को सेंसेक्स खुलते ही 1586.54 अंकों की गिरावट के साथ 32,516.94 पॉइंट पर पहुंच गया। इसी तरह निफ्टी 436.75 अंक गिरकर 9,587.80 अंकों पर पहुंच गया। शेयर बाजार में शुक्रवार को भारी उतार-चढ़ाव का माहौल रहा था। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स बाजार खुलते ही 2,534 अंक तक गिर गया था। ओपनिंग के 12 मिनट बाद ही लोअर सर्किट लगने के कारण ट्रेडिंग रोकनी पड़ी थी। दोबारा ट्रेडिंग शुरू होते ही सेंसेक्स 3600 अंक तक गिरा। बाद में यूएस फ्यूचर्स और सेबी के आश्वासन के बाद रिकवरी शुरू हुई। इतनी बड़ी गिरावट के बाद सेंसेक्स में 1700 अंकों तक की तेजी देखने मिली थी। यह सेंसेक्स के इतिहास की सबसे बड़ी इंट्राडे रिकवरी है।


आज का लाइव अपडेट


क्लोजिंग बेल: सेंसेक्स 2713.41 अंक गिरकर 31,390.07 पर पहुंचा। निफ्टी 756.10 पॉइंट नीचे 9,199.10 पर पहुंचा।


03:15 PM: सेंसेक्स 2711.19 अंक गिरकर 31,392.29 पर पहुंचा। निफ्टी 763.45 पॉइंट नीचे 9,191.75  पर पहुंचा।


03:12 PM: सेंसेक्स 2683.87 अंक गिरकर 31,419.61 पर पहुंचा। निफ्टी 739.10 पॉइंट नीचे 9,216.10 पर पहुंचा।


03:02 PM: सेंसेक्स 2748.28 अंक गिरकर 31,355.20 पर पहुंचा। निफ्टी 768.75 पॉइंट नीचे 9,186.45 पर पहुंचा।


03:00 PM: सेंसेक्स 2488.16 अंक गिरकर 31,615.32 पर पहुंचा। निफ्टी 708.95 पॉइंट नीचे 9,246.25 पर पहुंचा।


02:41 PM: S&P BSE लार्जकैप की 30 कंपनियों में से 5 के शेयरों में उछाल और 25 के शेयरों में गिरावट है। यस बैंक के शेयर में 48% तक की उछाल।