32 फीट लंबी बस में लगेंगे 10 बेड, डॉक्टर का केबिन भी
अली ने बताया कि एक बस की लंबाई 32 फीट है। इसमें दस बेड लग सकते हैं। वह भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ। वहीं जहां पर बस का इंजन लगा होता है, वहां से उस स्थान को खाली करके डाॅक्टर का केबिन और दवाएं आदि रखने का काम किया जाएगा। वर्तमान में 36 बसों में से 22 बस पर आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसे किसी भी शहरी-ग्रामीण इलाके में ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनके पास एक एंबुलेंस है। उसे भी मोबाइल आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए जोड़ दिया जाएगा।
बेकार मेडिकल इक्यूपमेंट का भी करेंगे इस्तेमाल
अली ने बताया कि विभिन्न नर्सिंग होम पर संपर्क किया है। उनके पास जो भी मेडिकल इक्यूपमेंट कबाड़ में पड़े हैं, उन्हें लेकर सैनिटाइज और स्टरलाइज्ड करके उनका उपयोग करेंगे। शहर के करीब 10 नर्सिंग होम मेडिकल इक्यूपमेंट देने तैयार हो गए हैं। अली शहरवासियों से भी अपील कर रहे हैं कि उनके घर में पड़े ऐेसे मेडिकल उपकरण जो किसी के काम आ सकते है वह उन्हें दे सकते हैं।
, डॉक्टर का केबिन भी
अली ने बताया कि एक बस की लंबाई 32 फीट है। इसमें दस बेड लग सकते हैं। वह भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ। वहीं जहां पर बस का इंजन लगा होता है, वहां से उस स्थान को खाली करके डाॅक्टर का केबिन और दवाएं आदि रखने का काम किया जाएगा। वर्तमान में 36 बसों में से 22 बस पर आइसोलेशन वार्ड बनाने का काम शुरू किया जाएगा। इसे किसी भी शहरी-ग्रामीण इलाके में ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि उनके पास एक एंबुलेंस है। उसे भी मोबाइल आइसोलेशन वार्ड बनाने के लिए जोड़ दिया जाएगा।
बेकार मेडिकल इक्यूपमेंट का भी करेंगे इस्तेमाल
अली ने बताया कि विभिन्न नर्सिंग होम पर संपर्क किया है। उनके पास जो भी मेडिकल इक्यूपमेंट कबाड़ में पड़े हैं, उन्हें लेकर सैनिटाइज और स्टरलाइज्ड करके उनका उपयोग करेंगे। शहर के करीब 10 नर्सिंग होम मेडिकल इक्यूपमेंट देने तैयार हो गए हैं। अली शहरवासियों से भी अपील कर रहे हैं कि उनके घर में पड़े ऐेसे मेडिकल उपकरण जो किसी के काम आ सकते है वह उन्हें दे सकते हैं।